भारत में पक्षी फ्लू: एक चिंता का विषय?
हम सभी ने 2021 की शुरुआत उम्मीद से की थी। कोरोनावायरस वैक्सीन की सफल रोलआउट और हमारी पुरानी जिंदगी को फिर से जीने की उम्मीद बहुत बढ़ गई थी। लेकिन फिर एक खबर ने हमें निराश में डाल दिया है। एक और वायरस अब समाचारों में हलचल मचा रहा है।
पक्षी फ्लू: क्या है यह?
पक्षी फ्लू या एवियन फ्लू एक प्रकार का वाइरल हाइली पैथोजेनिक एवियन इन्फ्लुएंजा (एचपीएआई) संक्रमण है। इससे सभी प्रकार के पक्षी प्रभावित होते हैं, न केवल वे जिन्हें हम सामान्यत: खाते हैं।
मानवों को कैसे प्रभावित किया जाता है?
जैसे-जैसे वायरल संक्रमण बढ़ता है, यह पक्षियों से मानवों तक फैल सकता है। मानव इन्फेक्शन मुख्यत: इन्फेक्टेड पक्षी के शरीरीय छिद्रों जैसे लार, नाक की बलगम और पूअंक के संपर्क में आने से होता है। इस इंफेक्शन का फैलाव शांतिप्रिय प्राणियों के बीच से लेकर हमें बीमारी से जोड़ता है।
पक्षी फ्लू कितना खतरनाक है?
कोविड महामारी के साथ रहकर, हर नए रोग के बारे में हम यह सवाल पूछते हैं – यह कितना संक्रामक है? अच्छी खबर यह है कि पक्षी फ्लू मानव से अक्सर दूसरे मानव तक नहीं फैलता है। लेकिन यह दूसरी वाइरल संक्रामकताओं से कम खतरनाक नहीं होता।
भारत में पक्षी फ्लू की स्थिति
पक्षी फ्लू भारत में तेजी से फैल रहा है। अब इसने 8 राज्यों और 1 संघ शासित प्रदेश (महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और केरल) तक अपना पहुंच बढ़ा लिया है। दिल्ली में हाल ही में कृष्णा कवआ और बत्तखों से लिए गए सैंपल्स से पक्षी फ्लू के मामले साबित हुए हैं।
पक्षी फ्लू से बचाव कैसे करें?
पक्षी फ्लू इन्फेक्शन अधिकतर इन्फेक्टेड पक्षियों के छिद्रों के संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए इससे बचाव के लिए सर्वश्रेष्ठ तरीका यह है कि आप जीवंत और मृत पक्षियों से दूर रहें, क्योंकि वे संक्रमित हो सकते हैं।
अगर आप पक्षियों को खिलाते हैं, तो इसे दूर से ही करें। सुनहरी पिलियों या कौवों जैसे भटके हुए पक्षियों को अपने घर में न लाने दें। उनके मल के संकेत संक्रमित हो सकते हैं। पक्षियों को न पकड़ें और न छुएं।
हाथ को बार-बार धोएं और सेनेटाइज़ करें।
क्या मैं अंडे और पक्षी मांस से पक्षी फ्लू हो सकता हूँ?
पक्षी फ्लू का प्रसार अच्छी तरह से पके मुर्गे या बत्तख के गोश्त या अंडों से नहीं होता है। यह एक सामान्य भ्रांति है। अगर आप अच्छी तरह से मुर्गी के मांस और अंडे को धोकर साफ करते हैं और फिर उन्हें उच्च तापमान पर पकाते हैं, तो सभी वाइरस मर जाते हैं।
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समाप्तिमें सूचना
पक्षी फ्लू अगर समय पर पहचाना और संज्ञान लिया गया तो हम इससे बच सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए आप अपने और अपने परिवार के साथियों को संक्रमण से बचाने के लिए उपाय उठाएं।
FAQs
बर्ड फ्लू (पक्षी इन्फ्लुएंजा) से संबंधित FAQs
प्रश्न 1: बर्ड फ्लू क्या है?
उत्तर: बर्ड फ्लू एक हाइली पैथोजेनिक एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस का रूप है जो प्रमुखतः पक्षियों को संक्रमित करता है, परंतु कुछ मामलों में यह मनुष्यों को भी प्रभावित कर सकता है।
प्रश्न 2: मानव संक्रमण कैसे होता है?
उत्तर: मानव बर्ड फ्लू से तब संक्रमित होते हैं जब वे संक्रमित पक्षी के शरीर के छल्ले, थूक, या मल के संपर्क में आते हैं। इसके अलावा, वायरस की धूल या छल्लों से भी संक्रमण हो सकता है।
प्रश्न 3: बर्ड फ्लू से बचने के उपाय क्या हैं?
उत्तर:
– पक्षियों से दूर रहें:** बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षियों से संपर्क से बचें, खासकर उन इलाकों में जहां संक्रमित पक्षियों की रिपोर्ट हो।
– हाथों को स्वच्छ रखें:** नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइज करें।
– खाद्य तत्वों के प्रति सतर्क रहें:** पक्षियों के मांस को अच्छी तरह से धोकर और पकाकर खाएं।
– स्वास्थ्य जांच और सूचना:** संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने के बाद लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रश्न 4: क्या आपको बर्ड फ्लू से खतरा है?
उत्तर: बर्ड फ्लू मानव से मानव में बहुत कम मामलों में ही फैलता है, लेकिन यह वायरस अत्यंत खतरनाक हो सकता है, खासकर जब तक कि समय पर उपचार न दिया जाए।
प्रश्न 5: बर्ड फ्लू कितना खतरनाक है?
उत्तर: बर्ड फ्लू मानव से अक्सर दूसरे मानव तक नहीं फैलता है, लेकिन यह वायरस अत्यधिक खतरनाक हो सकता है। उचित समय पर उपचार आवश्यक है।
प्रश्न 6: भारत में पक्षी फ्लू की स्थिति क्या है?
उत्तर: भारत में पक्षी फ्लू तेजी से फैल रहा है और अब तक 8 राज्यों और 1 संघ शासित प्रदेश तक पहुंच चुका है। दिल्ली में भी पक्षी फ्लू के मामले साबित हुए हैं।
प्रश्न 7: क्या मैं अंडे और पक्षी मांस से पक्षी फ्लू हो सकता हूँ?
उत्तर: पक्षी फ्लू का प्रसार अच्छी तरह से पके मुर्गे या बत्तख के गोश्त या अंडों से नहीं होता है। उच्च तापमान पर पकाने से सभी वायरस मर जाते हैं।
प्रश्न 8: पक्षी फ्लू से बचाव कैसे करें?
उत्तर:
– संक्रमित पक्षियों से दूर रहें।
– पक्षियों को न पकड़ें और न छुएं।
– हाथों को बार-बार धोएं और सैनिटाइज करें।
– घर में भटके हुए पक्षियों को न लाएं।
प्रश्न 9: बर्ड फ्लू वायरस का वर्गीकरण क्या है?
उत्तर:
– **वायरस श्रेणी:** वाइरस
– **राज्य:** रिबोविरिया
– **राज्य:** ऑर्थोर्नाविराए
– **संघ:** नेगर्नाविरिकोटा
– **वर्ग:** इन्स्टोविरिसेट्स
– **आदेश:** आर्टिकुलाविरालेस
– **परिवार:** ऑर्थोमिक्सोविरिडाए
– **वंश:** अल्फ़ाइनफ्लुएंजावाइरस
– **प्रजाति:** इन्फ्लुएंजा ए वायरस
– **सिरोटाइप:** इन्फ्लुएंजा ए वायरस सबटाइप H5N2
प्रश्न 10: पक्षी फ्लू से प्रभावित क्षेत्रों के लिए क्या किया जाना चाहिए?
उत्तर: अगर आपके राज्य में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं, तो स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें और उनके द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
ध्यान रखें, स्वस्थ रहें और सभी का ख्याल रखें।
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