कैसे हैकर्स AI और HDMI केबल्स से पासवर्ड चुरा रहे हैं: How Hackers Steal your Password using AI

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How Hackers Steal your Password using AI

AI और डीप लर्निंग एल्गोरिदम की सुरक्षा पर प्रभाव पर चर्चा के साथ ही, साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं के बीच यह चिंता बनी हुई है कि ये तकनीकें सुरक्षा खतरों का कारण बन सकती हैं। हाल ही में, शोधकर्ताओं ने एक नई विधि की खोज की है जिसका उपयोग हैकर्स संवेदनशील जानकारी, जैसे पासवर्ड चुराने के लिए कर रहे हैं।

AI द्वारा पासवर्ड चोरी करने की नई विधि

शोधकर्ताओं ने एक नई तकनीक की खोज की है, जिसमें AI का उपयोग करके HDMI केबल्स से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल्स को डिकोड किया जाता है। इस प्रक्रिया में, हैकर्स सामान्य रेडियो डिफाइन्ड उपकरणों का उपयोग करके HDMI केबल्स से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन को कैप्चर करते हैं।

इसके बाद, इन सिग्नल्स को AI और डीप लर्निंग एल्गोरिदम के माध्यम से प्रोसेस किया जाता है, जिससे स्क्रीन पर प्रदर्शित जानकारी, जैसे कि पासवर्ड, को पुनर्निर्मित किया जा सकता है।AI अब केवल सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए भी उपयोग किया जा रहा है। हाल ही में, साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने पाया कि हैकर्स AI का उपयोग करके संवेदनशील जानकारी, जैसे कि पासवर्ड, को चुराने के लिए नई विधियों का उपयोग कर रहे हैं।

New Method Uses AI to Decode Electromagnetic Signals

यह नई तकनीक HDMI केबल्स से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल्स को AI का उपयोग कर डिकोड करने पर आधारित है। इस विधि की खोज उरुग्वे के Universidad de la República के शोधकर्ताओं द्वारा की गई है। इसमें, खतरे का सामना करने वाले तत्व HDMI केबल्स से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन को कैप्चर करने के लिए सामान्य रेडियो डिफाइन्ड उपकरणों का उपयोग करते हैं। इसके बाद, इन सिग्नल्स का उपयोग करके स्क्रीन पर प्रदर्शित जानकारी को AI और डीप-लर्निंग एल्गोरिदम की मदद से पुनर्निर्मित किया जाता है।

Accuracy and Implications

इन सिग्नल्स को 70% तक की सटीकता के साथ पुनर्निर्मित किया जा सकता है, जिससे हमलावरों को स्क्रीन पर प्रदर्शित टेक्स्ट, छवियां और संवेदनशील डेटा प्राप्त हो सकता है। इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स स्क्रीन या डिस्प्ले से रेडिएशन के रूप में निकलती हैं, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) और अन्य प्रकार की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस (EMI) शामिल हैं।

जबकि पुराने CRT मॉनिटर इस प्रकार की वेव्स का उत्सर्जन करते थे, जो सुरक्षा को खतरे में डाल सकते थे, यह शोध दिखाता है कि AI का उपयोग करके इन बाधाओं को पार किया जा सकता है, जिससे दुनिया भर के लाखों उपयोगकर्ताओं की संवेदनशील जानकारी जोखिम में पड़ सकती है।

Potential Targets

हालांकि औसत उपयोगकर्ता इस प्रकार के हमलों का शिकार नहीं हो सकते, लेकिन सरकारी एजेंसियां, कंपनियां, और संवेदनशील जानकारी संभालने वाली संगठनों को इस प्रकार के उन्नत हमलों के निशाने पर रखा जा सकता है। AI के इस नए उपयोग से सुरक्षा के नए खतरे उत्पन्न हो सकते हैं, और इसके खिलाफ सुरक्षा उपायों को अपडेट करना आवश्यक होगा।

FAQs

प्रश्न: हैकर्स पासवर्ड चुराने के लिए AI का उपयोग कैसे कर रहे हैं?
उत्तर: हैकर्स इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल्स को कैप्चर करके AI से स्क्रीन पर प्रदर्शित डेटा को पुनर्निर्मित कर सकते हैं।

प्रश्न: इस तकनीक में HDMI केबल्स का क्या उपयोग है?
उत्तर: HDMI केबल्स से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल्स को AI से डिकोड किया जाता है, जिससे संवेदनशील जानकारी हासिल की जाती है।

प्रश्न: इस विधि की सटीकता कितनी होती है?
उत्तर: AI के उपयोग से कैप्चर किए गए सिग्नल्स को 70% तक की सटीकता से पुनर्निर्मित किया जा सकता है।

प्रश्न: कौन से उपयोगकर्ता इस खतरे का सामना कर सकते हैं?
उत्तर: सरकारी एजेंसियां, बड़ी कंपनियां, और संवेदनशील जानकारी वाले संगठन इस हमले का प्रमुख निशाना हो सकते हैं।

प्रश्न: इस प्रकार के AI-आधारित हमलों से कैसे बचा जा सकता है?
उत्तर: सुरक्षित हार्डवेयर, शील्डिंग, और नवीनतम सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करके इस खतरे से बचा जा सकता है।

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